jodhpur me ghumne ki jagah top 5 – travel guide by sonu meena

jodhpur me ghumne ki jagah – जोधपुर राजस्थान राज्य का एक प्रमुख शहर जिसे सनसिटी और ब्लू सिटी के नाम से भी जाना जाता है यह शहर ऐतिहासिक सांस्कृतिक  के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है जोधपुर की स्थापना 1459 ईस्वी में राव जोधा की थी जो मारवाड़ राज्य के शासक थे यह शहर एक समय मारवाड़ की राजधानी रहा है और मेहरानगढ़ किला इस शहर का प्रमुख ऐतिहासिक किला है जो जोधा द्वारा बनवाया गया था जोधपुर के पुराने शहर में अधिकांश घर नीले रंग से बने हुए हैं इसलिए इसे ब्लू सिटी कहा जाता है माना जाता है कि नीला रंग गर्मी को कम करता है और मच्छरों को दूर रखता है अगर आप जोधपुर घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो आप जोधपुर में काफी सारी जगह घूमने के लिए जा सकते हैं जिनमें मेहरानगढ़ किला उम्मेद भवन पैलेस जसवंत तालाब शामिल है जोधपुर के कपड़े भी काफी ज्यादा फेमस है इसके अलावा जोधपुर का खाना भी काफी ज्यादा प्रसिद्ध है अगर आप जोधपुर घूमने के लिए जा रहे हैं तो आप हमारे इस आर्टिकल में आखिर तक बने रहे क्योंकि हम हमारे इस आर्टिकल में आपको jodhpur me ghumne ki jagah से संबंधित सारी जानकारी हिंदी में उपलब्ध कराएंगे

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1. 🏰 मेहरानगढ़ किला – jodhpur me ghumne ki jagah

मेहरानगढ़ किला राजस्थान के जोधपुर शहर का सबसे प्रसिद्ध विशाल किला है यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है और पूरे जोधपुर शहर को ऊपर से देखने का शानदार नजारा देता है यह किला केवल अपने आकार और मजबूती के लिए प्रसिद्ध है बल्कि  वस्तु कला इतिहास भी इसे खास बनाते हैं जोधपुर की स्थापना 1459 में की गई थी इसकी ऊंचाई समुद्र तल से लगभग 1410 फिट है और यह भारत के सबसे प्रसिद्ध किलो में से एक है मेहरानगढ़ किले ए में कई सारे प्रवेश द्वार हैं इस किले ए मैं एक बहुत प्रसिद्ध म्यूजियम भी है जिसमें आप जोधपुर के पुराने पोशाक चित्रकला को देख सकते हैं इसमें आपको साही महल भी देखने को मिलते हैं जिनका नाम फूल महल मोती महल शीश महल है अगर आप जोधपुर जा रहे हैं तो आपको किला देखने के लिए जरूर जाना चाहिए यह सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक प्रतिदिन खुला रहता है

2. 🏯 उम्मेद भवन पैलेस – jodhpur me ghumne ki jagah

उम्मेद भवन पैलेस जोधपुर का एक शानदार और ऐतिहासिक महल है जो अपने भव्यता और वास्तुकला के लिए विश्व में प्रसिद्ध है यह महल  जोधपुर के आधुनिक इतिहास का प्रतीक है और यहां का सबसे बड़ा टूरिस्ट प्लेस भी है इसका निर्माण 1929 से 1943 के बीच हुआ है और इसका निर्माण महाराज उमेश सिंह के आदेश पर किया गया था यह महल लगभग 26 एकड़ में फैला हुआ है इसे विश्व के सबसे बड़े निजी महलों में गिना जाता है महल का उपयोग वर्तमान में कई तरह से किया जाता है जिसमें से एक साही परिवार का हिस्सा भी है और एक बड़ा हिस्सा होटल के रूप में उपयोग होता है जो लग्जरी होटल के तौर पर लोकप्रिय है महल के संग्रहालय में साही परिवार की पुरानी गाड़ियां हथियार वस्त्र कला के नमूने रखे गए हैं महल के चारों ओर खूबसूरत गार्डन हैं यहां का वातावरण शांत और खूबसूरत है म्यूजियम में घूमने के लिए आपको ₹50 का टिकट लेना होता है और होटल में रुकने के लिए अलग-अलग चार्ज है अगर आप यहां पर घूमने के लिए जा रहे हैं तो सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक यहां घूमने के लिए जा सकते हैं

3. 🕌 जसवंत थड़ा – jodhpur me ghumne ki jagah

जसवंत थड़ा जोधपुर का एक ऐतिहासिक और वास्तुकला का अद्वितीय उदाहरण है जिसे राजस्थान का ताजमहल भी कहा जाता है यह सफेद संगमरमर से बना स्मारक महाराज सिंह की याद में 1899 में उनके पुत्र महाराज सरदार सिंह द्वारा बनवाया गया था जसवंत थड़ा को राजपूत वास्तु कला का उत्कृष्ट उदाहरण माना जाता है इसका निर्माण मकराना के पतरो से किया गया था जो सूर्य की रोशनी में सुनहरी चमक उत्पन्न करते हैं स्मारक के अंदर महाराजा जसवंत सिंह और उनके पूर्वजों को चित्रित पेंटिंग भी दिखाई जाती है स्मारक के चारों ओर सुंदर बाग बगीचे और एक छोटा सा तालाब है जो इसकी सुंदरता को और बढ़ाते हैं यह सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है और भारतीय नागरिकों के लिए इसमें घूमने के लिए ₹30 का टिकट लगता है अगर आप जोधपुर घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको जसवंत थड़ा  घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए

4. 🌳 मंडोर गार्डन – jodhpur me ghumne ki jagah

जोधपुर से लगभग 9 किलोमीटर उत्तर में स्थित ऐतिहासिक जगह मंडोर गार्डन जो राजपूत वास्तुकला और समृद्ध विकास का अद्भुत संगम है यह स्थान प्राचीन मंडोर नगर की साही विरासत का प्रतीक है जो कभी मारवाड़ की राजधानी हुआ करता था मंडोर का इतिहास छठवीं शताब्दी से जुड़ा हुआ है जब यह गुर्जर प्रतिहरों के अधीनता और 14वीं शताब्दी में राठौड़ वंश के प्रीतिहारो की राजकुमारी से विवाह कर मंडोर प्राप्त किया और इसे अपनी नई राजधानी बनाया अगर आप मंडोर घूमने के लिए जाते हैं तो आपको काफी सारी जगह  इसमें घूमने के देखने के लिए मिल जाएगी इसके अलावा 33 एकड़ में देवी देवताओं का मंदिर बना हुआ है और यहां पर आपको एक म्यूजियम भी देखने के लिए मिल जाएगा अगर आप जोधपुर घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको मंडोर गार्डन घूमने के लिए जरूर जाना चाहिए

5. 🕰️ घंटाघर और सरदार मार्केट – jodhpur me ghumne ki jagah

घंटा घर जिसे घड़ी टावर भी कहा जाता है इसका निर्माण 19वीं शताब्दी के अंत में महाराज सरदार सिंह द्वारा करवाया गया था यह टावर 29 मीटर ऊंचा है और इसकी वास्तुकला में भारतीय और ब्रिटिश शैलियों देखने को मिलता है इस टावर को जोधपुर के पुराने शहर में बनाया गया था जिससे आसपास के बाजारों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके घंटाघर के चारों ओर फैला सरदार मार्केट जोधपुर का सबसे प्रसिद्ध मार्केट है इसका नाम महाराज सरदार सिंह के नाम पर रखा गया है यहां की सकरी गालियां और दुकानों  में पारंपरिक राजस्थानी बूट मसाले आभूषण और पारंपरिक जूतियां से भरी हुई है यह बाजार स्थानीय लोगों और टूरिस्ट दोनों के लिए खरीदारी का एक प्रमुख स्थान है सरदार मार्केट में खरीदारी के साथ-साथ आप जोधपुरी स्ट्रीट फूड का भी आनंद ले सकते हैं यहां समोसे कचोरी मिर्ची बड़ा घेवर और अन्य स्थानीय व्यंजन उपलब्ध है जो आपकी यात्रा को और ज्यादा स्वादिष्ट बनते हैं घंटाघर का समय प्रत्येक दिन सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक खुला रहता है

निष्कर्ष – jodhpur me ghumne ki jagah

दोस्तों हमने हमारे इस आर्टिकल में आपको जोधपुर में घूमने की जगह के बारे में बताएं जोधपुर कैसा राज्य है जोधपुर में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है और जोधपुर में घूमने के लिए हमें कब जाना चाहिए अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल अच्छा लगता है और इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको समझ आ गया है कि हम जोधपुर में घूमने के लिए कब जा सकते हैं और जोधपुर में घूमने के लिए क्या-क्या प्रसिद्ध है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल jodhpur me ghumne ki jagah कैसा लगा धन्यवाद

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