lucknow me ghumne ki jagah – लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है और यह भारत के प्रमुख ऐतिहासिक तथा सांस्कृतिक शहरों में से एक है इसे नवाबी शहर के नाम से अभी जाना जाता है क्योंकि यहां एक समय नवाबों ने शासन किया था लखनऊ की तहजीब नजाकत और अदब पूरे देश में प्रसिद्ध है लखनऊ का इतिहास मुगल काल और नवाबी शान से जुड़ा हुआ है यहां बहुत से ऐतिहासिक इमारतें जैसे बड़ा इमामबाड़ा छोटा इमामबाड़ा रूमी दरवाजा आदि यहां की भाषा में विशेष अदब और नजाकत देखने को मिलती है लखनऊ को खाने की दुनिया भर में तारीफ होती है खासकर टिंडे कबाब निहारी कुल्चा गोलगप्पे और बिरियानी लखनऊ की नबाबी पूरे भारत में प्रसिद्ध है अगर आप उत्तर प्रदेश जा रहे हैं तो आपको लखनऊ जाना जरूर चाहिए लखनऊ उत्तर प्रदेश की राजधानी है और लखनऊ में घूमने के लिए आपको बहुत कुछ मिल जाएंगे लखनऊ की एक क्रिकेट टीम भी है जो आईपीएल 2025 में भी खेल रही है इसके अलावा लखनऊ में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम भी है अगर आप लखनऊ घूमने के लिए जा रहे हैं तो आप हमारे इस आर्टिकल को आखिर तक पढ़ सकते हैं क्योंकि हम हमारे आर्टिकल में आपको lucknow me ghumne ki jagah के बारे में विस्तार से बताएंगे
1. बड़ा इमामबाड़ा – lucknow me ghumne ki jagah
बड़ा इमामबाड़ा लखनऊ उत्तर प्रदेश में स्थित ऐतिहासिक इमारत है जिसे नवाब ने बनवाया था यह मुसलमान का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान भी है जो अपनी वास्तु कला के लिए प्रसिद्ध है और इसे भूल भुलैया और आपसी मस्जिद के लिए भी जाना जाता है बड़ा इमामबाड़ा मुगल और अभद वास्तुकला का नमूना है इसका विशाल हॉल लगभग 49 मीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा है जो इस विश्व की सबसे बड़ी बिना सहारे वाली संरचना बनाते हैं इसके अलावा इमामबाड़ा के उपदेश में एक भूल भुलैया है जिसमें 489 एक समान दरवाजे और 1000 से अधिक गलिये हैं जो टूरिस्ट को अपनी ओर आकर्षित करते हैं परिसर में ही आपको एक मस्जिद भी देखने को मिलती है रूमी दरवाजे के पास एक पांच मंजिला बावली है जो पानी के स्तर के आधार पर बनाई गई है अगर आप लखनऊ जा रहे हैं तो आपको यह जगह देखने के लिए भी जरूर जाना चाहिए
2. छोटा इमामबाड़ा (Chota Imambara)
छोटा इमामबाड़ा जिसे हुसैनाबाद इमामबाड़ा के नाम से भी जाना जाता है लखनऊ उत्तर प्रदेश में स्थित और एक ऐतिहासिक स्मारक जिए 1838 में नवाब मोहम्मद अली शाह ने बनवाया था यह बड़ा इमामबाड़ा से छोटा होने के कारण इसे छोटा इमामबाड़ा कहते हैं यह अपनी खूबसूरत वस्तु कला और शिया धार्मिक महत्व के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है छोटा इमामबाड़ा मुगल और अवधि शैली से बना हुआ है इसके परिसर में एक छोटी मस्जिद भी है इमामबाड़े के सामने सुंदर बगीचे और तालाब है जो इसकी भव्यता को दर्शाते हैं अगर आप लखनऊ जा रहे हैं तो आपको यह छोटा इमामबाड़ा घूमने के लिए भी जरूर जाना चाहिए
3. रूमी दरवाज़ा – lucknow me ghumne ki jagah
रूमी दरवाजा लखनऊ उत्तर प्रदेश में स्थिति स्मारक है जो अपनी वस्तु कला के लिए प्रसिद्ध है इसे नवाब आसिफ ने बनवाया था यह दरबाजा इमामबाड़ा परिसर के प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है इसका नाम तुर्की के प्राचीन शहर रूम से लिया गया है क्योंकि यह स्थान हुमायूं से प्रेरित है इसे लखनऊ का प्रवेश द्वार और शहर का प्रतीक माना जाता है रूमी दरवाजा 7 फीट ऊंचा है और अवध वस्तु कला का उत्कर्ष नमूना है जिसमें मुगल और फ़ारसी प्रभाव दिखाई देता है दरवाजे के ऊपरी हिस्से में 18 छतरी है रूमी दरवाजा बड़ा इमामबाड़ा और छोटा इमामबाड़ा के बीच में स्थित है अगर आप लखनऊ जा रहे हैं तो आपको रूमी दरवाजा देखने के लिए भी जरूर जाना चाहिए
4. हजरतगंज मार्केट – lucknow me ghumne ki jagah
हजरतगंज मार्केट लखनऊ उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शॉपिंग क्षेत्र है जिस शहर का दिल भी कहा जाता है यह 1810 में अली खान द्वारा बताया गया है और 1842 में हजरत के नाम पर इसका नाम हजरतगंज पड़ा 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद ब्रिटिश ने पुनर निर्माण किया आज यह लखनऊ का सबसे लोकप्रिय और आधुनिक शॉपिंग स्थान है जो अपनी विक्टोरियन शैली सांस्कृतिक विरासत और नवाबी आकर्षण के लिए प्रसिद्ध है इसका नया नाम अटल चौक है जो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखा गया है अगर आप लखनऊ जा रहे हैं तो आपको इस जगह पर शॉपिंग करने के लिए जरूर जाना चाहिए और लखनऊ की पॉपुलर चिकनकारी कढ़ाई के कपड़े आपके यहां पर देखने को मिल जाएंगे
5. लखनऊ चिड़ियाघर – lucknow me ghumne ki jagah
लखनऊ चिड़ियाघर उत्तर प्रदेश में स्थित प्राचीन और प्रमुख टूरिस्ट प्लेस है यह 1921 में बनाया गया था और इसका नाम अवध के अंतिम नवाब वाजिद अली शाह के नाम पर रखा गया है यह लगभग 72 एकड़ में फैला हुआ है यह चिड़िया एक वन्य जीव संरक्षण केंद्र है यह हज़रतगंज से लगभग 5 किलोमीटर बड़ा इमामबाड़ा से 6 किलोमीटर दूरी पर गोमती नदी के किनारे बना हुआ है चिड़ियाघर में आपको 400 से अधिक प्रजातियां और 9 से अधिक जानवर देखने को मिलते हैं यहां पर आपको बाग से चीता भालू हिरण बारहसिंगा नीलगाय जैसी जानवर देखने को मिलते हैं और पक्षी में आपको मोर तोता शुतुरमुर्ग और प्रवासी पक्षी भी देखने को मिलते हैं अगर आप लखनऊ घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको लखनऊ चिड़ियाघर घूमने के लिए भी जरूर जाना चाहिए
लखनऊ घूमने के लिए कब जाएं – lucknow me ghumne ki jagah
अगर आप लखनऊ घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको नवंबर से फरवरी के बीच लखनऊ जाना चाहिए क्योंकि इस समय यहां का टेंपरेचर 10 से 25 डिग्री रहता है और पैदल घूमने के लिए काफी अच्छा है नवंबर दिसंबर में काफी सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी यहां पर आयोजन किया जाता है इसके अलावा आप बारिश में भी यानी की जुलाई से सितंबर के बीच भी लखनऊ घूमने के लिए जा सकते हैं क्योंकि इस समय भी यहां पर टेंपरेचर 25 से 35 डिग्री के बीच रहता है लेकिन आप गर्मी में लखनऊ जाने से बच सकते हैं क्योंकि इस समय यहां का टेंपरेचर 45 डिग्री तक चला जाता है और उमस भी ज्यादा रहती है
निष्कर्ष – lucknow me ghumne ki jagah
दोस्तों हमने हमारे इस आर्टिकल में आपको लखनऊ के बारे में बताया लखनऊ कैसा राज्य है लखनऊ में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है और लखनऊ घूमने के लिए हमें कब जाना चाहिए अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल लखनऊ में घूमने की जगह अच्छा लगता है और इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको समझ आ गया है कि हम लखनऊ में घूमने के लिए किस प्रकार जा सकते हैं तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल lucknow me ghumne ki jagah कैसा लगा धन्यवाद
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